सर्दियों के लिए खास दूध | Sardiyo ke liye special milk | Special milk for winters
- Nisha Madhulika |
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दूध को स्वयं में ही पूर्ण पोषक आहार माना जाता रहा है. दूध का सेवन शरीर को ताकत और मजबूती देने वाला होता है. गर्मियों में दूध का सेवन आप जैसे चाहें कर सकते हैं लेकिन सर्दियों के मौसम में बहुत से लोगों को इसके सेवन से परेशानी होती हैं. बहुत से लोगों को इससे कफ की समस्या हो जाती है. जो लोग दमे से परेशान हैं, उन्हें दूध का सेवन कर पाने में बहुत दिक्कत होती है.
ऎसे में यदि दूध में हल्दी (turmeric), जायफल (nutmeg), पिपल (pipar), इलायची (cardamom) इत्यादि चीजों को मिलाकर पिया जाए तो ये बहुत फ़ायदेमंद रहता है और किसी भी प्रकार की परेशानी नही होती. साथ ही इस तरह से दूध सेवन करने से व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी विकसित होती है.
जहां गर्मी के मौसम में दूध से कई तरह के शेक बनाकर सेवन करना आसान रहता है. वहीं सर्दी के मौसम में गर्म दूध का सेवन बहुत ही लाभदायक होता है इसलिए आज हम सर्दियों में गरम और गुनगुना दूध पीने के कुछ फायदों से आपको रूबरू करा रहें हैं. दूध में निम्नलिखित चीजें डालकर दूध को सर्दियों के मौसम में आसानी से बिना किसी दिक्कत के सेवन कर सकते हैं, यह खासतौर पर दमे के मरीजों के लिए रामबाण का काम करते हैं:
दूध में जायफल, दालचीनी, इलायची, पीपल और चक्रफूल
जायफल (nutmeg) और दालचीनी (cinnamon) का उपयोग भी हेल्थ के लिए बहुत ही फायदेमंद कहा गया है दालचीनी पाउडर गार्निशिंग के साथ-साथ दूध के स्वाद को भी बढ़ाता है. आप चाहें तो जायफल को कसने की बजाय जायफल पाउडर (cinnamon powder) का भी उपयोग कर सकते हैं.
छोटी पिपल (long pepper) या छोटी पिप्पली (pipal) गरम मसाले के तौर पर तो इस्तेमाल की ही जाती है. यह औषधि च्यवनप्राश (chyawanprash) बनाने में भी उपयोग की जाती है.
इलायची (cardamom) दूध के स्वाद को बढ़ाने के साथ एसिडिटी से भी राहत दिलाती है. यह रक्त प्रवाह के संचालन को बढ़ाती है. इसलिए अस्थमा, खांसी और जुखाम में फायदेमंद होती है.
जायफल (nutmeg), दालचीनी (cinnamon), इलायची (cardamom), पीपल (long pepper) और चक्रफूल (star anise) का बराबर मात्रा में पाउडर बनाकर रख लिया जाए और 1 छोटी चम्मच गुनगुने या गरम दूध में डालकर इसका सेवन किया जाए, तो दमे के मरीजों के लिए यह औषधि का काम करती है.
दूध में हल्दी (turmeric)
आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर हल्दी सैंकड़ों सालों से दूध में मिलाकर लोग पीते आ रहे हैं. मांसपेशियों, त्वचा, रक्त प्रवाह, पेट की जलन, मस्तिष्क इत्यादि के लिए फायदेमंद कच्ची हल्दी (raw turmeric’) का दूध टर्मरिक लाटे (turmeric latte) के नाम से काफी प्रचलित है. सर्दियों में इस दूध के सेवन से आप भी अपने स्वास्थ्य को बढ़ा सकते हैं. इसमें कच्ची हल्दी को कद्दूकस कर के या पीसकर गाय के दूध, भैंस के दूध या फुल क्रीम मिल्क में डालकर बनाते हैं.
आप चाहे तो इसे बादाम के दूध (almond milk), नारियल के दूध (coconut milk) या फिर सोया मिल्क (soya milk) किसी में भी बना सकते हैं. इसके लिए आप पिसी हुई हल्दी की जगह हल्दी पाउडर (turmeric powder) भी इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन कच्ची हल्दी को पीसकर इस्तेमाल करना ज्यादा असरदार होता है. कच्ची हल्दी को पीसकर फ्रीजर में बर्फ के टुकड़ों की तरह भी रख सकते हैं और जब दूध बनाना हो, तब एक टुकड़ा डालकर दूध बना सकते हैं.
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हल्दी का दूध बनाने की विधि हमारी वेबसाइट के नीचे दिए हुए लिंक पर उपलब्ध है:
हल्दी का दूध - Turmeric Latte - Haldi ka Milk - Golden Drink Turmeric
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थैंक्स
निशाजी . मुझे जायफल के बारे में पता नहीं था, बताने के लिए शुक्रिया .
निशा: मोना जी, आपको भी बहुत बहुत धन्यवाद और आभार.
Shalgum mater ka bharta recipe video plz
निशा: अरूणा जी, सुझाव के लिए धन्यवाद मैं इसे जल्द ही बनाने की कोशिश करूंगी.
namaskar mam.Is this turmeric milk safe for pregnant lady?
निशा: हेमा जी, इसके लिए आप डाक्टर से सलाह लें तो आपके लिए अधिक बेहतर होगा.